Wednesday, February 4, 2009

फरवरी में गर्लफ्रेंड-ब्वॉय फ्रेंड

आज का युवा वर्ग हर दृष्टि से काफी स्पष्टवादी है। जीवन के महत्वपूर्ण पहलू विवाह के लिए भी वह स्वयं निर्णय लेना चाहता है। जब कोई उन्हें भा जाता है, उनके दिलोदिमाग पर छा जाता है तो वह उसे जीवनसाथी बनाने का मन बना लेते हैं। किसी अनजान अजनबी के साथ बंधने की बजाय वह उस शक्स के साथ बंधना चाहते हैं जिन्हें वे प्यार करते हैं, जानते समझते हैं। यदि प्रेम विवाह में धर्म प्रेम विवाह भी कई बार असफल हो जाते हैं। ऐसा तब होता है जब प्रेमी-प्रेमिका जज्बातों में बहकर जल्दबाजी में विवाह का फैसला ले लेते हैं। ऐसे में विवाह बाद बी वे जीवनसाथी से वैसी ही अपेक्षाएं करते हैं जैसी विवाह पूर्व करते थे। वे भूल जाते हैं कि विवाह पूर्व की परिस्थितियां भिन्न थीं तब कुछ समय के लिए प्रेमी-प्रेमिका मिलते थे। एक दूसरे के सम्मुख खूबसूरत दिखने के अलावा अच्छे से अच्छा व्यवहार करते थे। विवाह के बाद जब पति-पत्नी बनते हैं तब वे कल्पनालोक से उतर कर यथार्थ के धरातल पर आते हैं जो जाहिर है कल्पना के सुनहरी ख्वाबों से भिन्न होता है। यहां एक दूसरे को प्रसन्न करने के लिए छोटे-छोटे सुखद
आज के लड़के भले ही अपनी मोटरबाइक पर हर रोज नई लड़की को सैर कराते हों लेकिन जब शादी की बात आती है तो वे एकदम अनछुई, समझदार व सुंदर लड़की तलाशते हैं। यानी गर्लफ्रेंड कोई भी कैसी भी चलेगी लेकिन पत्नी का ग्राफ उनके मस्तिष्क में पहले से बना होता है। भावी पत्नी चुनने के लिए वे फूंक-फूंक कर कदम रखते हैं। कुंवारी कन्या की तलाश में चले हैं, क्या कहा आप भी कुंवारे हैं, बगलें क्यों झांकने लगे आप ? आज के लड़के भले ही कितनी ही लड़कियों के साथ फ्लर्ट कर चुके हों लेकिन ब्वायफ्रेंड की शौकीन लड़की को कभी बी अपनी संगिनी नहीं बनाना चाहते। यहां तक कि कोई उनकी पत्नी से हंस-बोल कर खुलकर बातें करें, उनके लिए यह सहना भी मुश्किल होता है। आज के लड़के कामकाजी लड़कियों को ज्यादा पसंद करते हैं। आज जिसके पास पैसा है वहां सारी सुविधाएं हैं। एक से भले दो हों तो पैसा भी कमाएंगे खर्च भी खुले हाथ करेंगे। वे चाहते हैं उनकी मां की खूबियों के अलावा उनकी जीवनसंगिनी हर मोर्चे पर उनका हाथ बंटाने वाली हो, अर्थव्यवस्था का बोझ उठाने वाली हो। उनके ख्वाबों की हूर की परी ऐश्वर्या न सही उससे मिलती-जुलती जरूर रहती है। जो दिखने में सुंदर व देहयष्टि से स्लिम-ट्रिम हो। आज के युवा शर्मीली लड़की की बजाय फुर्तीली लड़की से शादी करना चाहते हैं जो शारीरिक रूप से स्वस्थ हो। चाहिए इंटेलीजेंसी भी छरहरी देहयष्टि की लड़की की चाहत तो हर किसी लड़के में रहती है साथ ही वे उसकी बुद्धिमता के भी कायल है।

6 comments:

पंकज व्यास, रतलाम said...

aapki post shandar hai.

aapki is post ko ratlam, Jhabua(M.P.) aur Dahod (gujarat) se prakashi Dainik PRASARAN me prakashit kiya ja raha hai.

ripaha apana name aur postal address is mail par bhejen.

vyas_pan@rediffmail.com
pan_vya@yahoo.co.in

regareds

रंजना said...

Bahut sahi kaha aapne.

अनिल कान्त said...

bhai chhaa gaye ....sach baatein kah di aapne to aaj ke yug ki

DEEPAK said...

AAPKA BAHUT HI SARTHAK POST HAI. SADHUWAD!!! HUMNE BHEE APNE BLOG PAR VALANTINE DAY KO LEKAR EK ABHIYAAN CHHED DIYA HAI. MERE BLOG AAP SADAR AAMANTRIT HAIN...
http://kazhroad1.blogspot.com

मुंहफट said...

इस वेब साइट को देखें......
www.jaagtashahar.com

राजीव जैन said...

बहुत बढिया लिखा आपने

वैलेंटाइन डे के बहाने आपने रिश्‍ते और युवाओं के नए टेंड को बताया