Wednesday, March 24, 2010

वृंदा को चौंका गई मुलायम की 'सीटी'




सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के महिला विरोधी बयान (युवक सीटी बजाएंगे) पर चौंकती हुई सांसद वृंदा करात और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा ने कहा है कि मुलायम सिंह को अपने बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने मुलायम पर निशाना साधते हुए कहा कि वह यदि ऐसा सोचते हैं तो फिर अपनी बहू को चुनावी मैदान में क्यों उतारते हैं। मुलायम सिंह भले ही 21वीं शताब्दी में रहते हों लेकिन सोच 17वीं शताब्दी की है। मुलायम सिंह ने कहा था कि महिला आरक्षण बिल का फायदा केवल बड़े उद्योगपतियों व अफसरों के परिवार की महिलाएं उठाएंगी। उनपर लड़के फब्तियां कसेंगे और सीटी बजाएंगे। बसपा के अलावा भाजपा व कांग्रेस ने सपा प्रमुख की कड़ी आलोचना की। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या ने मुलायम के इस बयान को घटिया बताते हुए कहा कि यह उनकी मानसिकता का प्रतीक है। उत्तरप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने भी कहा कि मुलायम का बयान सपा की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि मुलायम ने लोहिया जयंती के दिन भी महिला आरक्षण का मजाक बनाते हुए समाजवाद की मूल लोहिया चेतना का अपमान किया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के आरक्षण के सवाल पर महिलाओं के प्रति दिये गये बयान पर राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है और इसे घोर आपत्तिजनक माना गया है। समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया की सौवीं जयन्ती पर राजधानी लखनऊ में कल हुए कार्यक्रम में श्री यादव ने कहा कि यदि महिला आरक्षण विधेयक मौजूदा स्वरूप में लागू हुआ तो भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और उद्योगपतियों की बेटियां संसद में आयेंगी जिन्हें देख कर लडके फब्तियां कसेंगे। राज्य में भारतीय जनता पार्टी,कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी,राष्ट्रीय लोकदल समेत वामपंथी दलों के अलावा महिला संगठनों ने भी श्री यादव के बयान की आलोचना की है और इसे पूरी तरह से महिला विरोधी बताया है। इन दलों और महिला संगठनों का कहना है कि सपा अध्यक्ष का बयान उनके महिला विरोध को दर्शाता है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि श्री यादव का बयान उनकी आ॓छी मानसिकता का प्रतीक है। समाजवादी पार्टी की इसी सोच के कारण श्री यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में महिलाएं असुरक्षित थीं। ऐसे व्यक्ति के लिये जो उत्तर प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री और केन्द्र में रक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहा हो ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि श्री यादव अपने इस बयान पर महिलाओं से बिना शर्त माफी मांगें। श्री यादव शायद यह भूल गये कि जिस राम मनोहर लोहिया की जयन्ती पर उन्होंने यह बयान दिया वह खुद महिलाओं के सशक्तिकरण के सबसे बडे हिमायती थे। सपा अध्यक्ष ने लोहिया का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि श्री यादव लोहियावादी होने का दावा करते हैं जबकि वह सिर्फ परिवार वादी हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक के विरोध में श्री यादव का असली चेहरा खुलकर सामने आ गया है। दलित और मुस्लिम महिलाओं को अलग से आरक्षण की मांग को लेकर श्री यादव का विरोध एक नाटक और महज दिखावा है। वह किसी भी तरह से महिलाओं के हिमायती नहीं हैं चाहे वह दलित महिला हो या पिछडे वर्ग की। उन्होंने कहा कि दिवंगत लोहिया सभी वर्ग की महिलाओं को पीडित और शोषित ही मानते थे। श्री यादव अब महिलाओं में भी जाति,वर्ग और पंथ के विभेद पैदा कर रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि श्री यादव का बयान अनावश्यक है। वह महिला आरक्षण पर अपने विचार पर फिर से सोचें। सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिये आरक्षण का विरोध नहीं करें। मुस्लिम महिलाओं को वह आरक्षण देने की वकालत कर रहे हैं लेकिन संभवत वह नहीं जानते कि पाकिस्तान जहां लोकतंत्र बहुत मजबूत नहीं है वहां भी संसद में महिलाओं की अच्छी खासी संख्या है और कुबैत जहां महिलाओं को मतदान का भी अधिकार नहीं था वहां दो महिला मंत्री हैं। यही स्थिति इराक और ईरान की भी है। श्री अंजान ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक समय की जरूरत है और श्री लोहिया खुद महिलाओं को पूरा अधिकार दिये जाने के हिमायती थे। रालोद के महासचिव मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि महिला आरक्षण पर श्री यादव का इस तरह विरोध और बयान समझा से परे है। श्री यादव ने ही भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आर के सिंह की पत्नी को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था तथा फिल्मों से महिलाओं को वह ही राजनीति में लेकर आये और उन्हें संसद में पहुंचाया।

1 comment:

Jandunia said...

वैसे ये सही है कि महिला रिजर्वेशन का फायदा ज्यादातर उद्योगपतियों और अफसरों की पत्नियां उठाएंगी। लेकिन मुलायम ने जिस तरह से सीटी बजाने वाला बयान दिया है वो उनकी सोच के पिछड़ेपन को दर्शाता है।