Friday, March 26, 2010

माया सरकार को राहुल की चेतावनी



(sansadji.com)

मनरेगा की गड़बड़ियों पर ठनी, हस्तक्षेप कर सकती है केंद्र सरकार कांग्रेस महासचिव की बैठक में बसपा-कांग्रेस विधायकों में झड़प

दो दिन के दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी (सुल्तानपुर ) पहुंचे सांसद और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के काफिले में अनजान व्यक्ति के घुस जाने से कुछ देर के लिए हड़कंप सा मच गया। वह अजनबी व्यक्ति ज्यों ही राहुल के काफिले में घुसा, पुलिस ने उसे दबोच लिया। राहुल गांधी ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ‘मनरेगा’ में हो रही अनियमितताओं की जांच करने का आग्रह आज राज्य सरकार से किया और कहा कि ऐसा नहीं होने पर इस बारे में केन्द्र सरकार हस्तक्षेप करेगी। केन्द्र की विकास योजनाओं की समीक्षा के लिये श्री गांधी ने यहां निगरानी और सतर्कता समिति की बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश में मनरेगा को लागू करने में काफी अनियमितता हो रही हैं, लिहाजा इसकी जांच राज्य सरकार को करनी चाहिये। यदि सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो केन्द्र सरकार हस्तक्षेप करेगी। समिति की बैठक में सांसद तथा जिले के बसपा और कांग्रेस के विधायक भी शामिल हुये। केन्द्र के हस्तक्षेप के सवाल पर बसपा और कांग्रेस सांसदों में झड़प भी हो गयी और मतदान तक की नौबत आ गयी। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया और सर्वसम्मति बनी कि यदि राज्य सरकार आगामी 17 अप्रैल तक जांच का काम पूरा नहीं करती तो केन्द्र हस्तक्षेप के लिये बाध्य होगा। श्री गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मनरेगा का काम सबसे पहले सुलतानपुर में ही शुरू किया गया लेकिन यहां यह योजना असफल हो गयी। एक संस्था को एक करोड 77 लाख रूपये का काम दे दिया गया और उसे 88 लाख रूपये अग्रिम भुगतान भी किया गया जबकि संस्था अग्रिम के रूपये लेकर फरार हो गयी। बैठक में भाग लेने से पूर्व राहुल अमेठी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद विकास भवन सुल्तानपुर के लिए रवाना हुए। बैठक के बाद उन्हें क्षेत्र के कई गांवों का दौरा कर विकास कार्यों का निरीक्षण करना तथा गौरीगंज और तिलाई के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करना है। अमेठी दौरे का ज्यादा समय राहुल राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के लिए देंगे, जहां वे गौरीगंज के ठाकुर सिंह पुरवा सहित कई अन्य गांवों में जाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों को देखेंगे और उसमें आ रही परेशानियों की जानकारी भी लेंगे। उनके यहां पहुंचने से पूर्व विकास भवन के चप्पे-चप्पे को एसपीजी अधिकारी खंगाल चुके थे। सुरक्षा की मद्देनजर खोजी कुत्तों से पूरे परिसर में निगरानी कराई गयी। विकास भवन के आसपास एसपीजी का सख्त पहरा लगा दिया गया है। आने जाने वालों की तलाशी चल रही है। पूरे क्षेत्र के स्थानीय पुलिस ने सील कर दिया है। सांसद राहुल के दौरे को लेकर सुबह से ही एसपीजी के जवानों ने विकास भवन का हर हिस्से की तलाश शुरू कर दी थी। भवन के तीनों तलों के कार्यालयों में जाकर एसपीजी के अधिकारी-कर्मचारी छानबीन करते रहे। भूतल में बम खोजी कुत्तों ने पुरातन स्थानों व निष्प्रयोज्य वाहनों की टोह ली। सभाकक्ष को सील कर दिया गया। भवन के आसपास की दुकानों को बंद करा दिया गया। तिकोनिया पार्क से लेकर गोपालदास पुल व सोलजर बोर्ड चौराहे से लेकर कलेक्ट्रेट गेट तक के सारे ठेले, गुमटियां या तो बंद करा दी गयीं। उधर, बहन जी की राजधानी में हुई रैली में प्रदेश के आला अफसरान को हैरान करने के बाद मधुमक्खियों ने एसपीजी को यहां भी खूब छकाया। बैठक को लेकर की जा रही तैयारियों के तहत विकास भवन की छत पर लगे छत्ते हटाये गये, पर मधुमक्खियां थीं कि जाने का नाम नहीं ले रही थीं। दिनभर प्रशासन व एसपीजी के अधिकारी इनसे निजात पाने की जुगत खोजते रहे। एसपीजी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल तलब कर इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने को कहा। अफसरों ने आनन-फानन में उद्यान विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर तत्काल इसे हटाने की व्यवस्था करने को कहा। उद्यान अधिकारियों ने पहले तो इस मसले से कन्नी काटी, लेकिन एसपीजी और प्रशासन के कड़े रुख के चलते उद्यान विभाग के अधिकारी हरकत में आये। एसपीजी के सामने दिक्कत ये थी कि छत्ता हटाये जाने के बाद भी मधुमक्खियां उन्हीं स्थलों पर बैठ रही थीं जहां से प्रशासन ने छत्ते हटवाये थे।

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