Wednesday, March 10, 2010

प्रसार भारती पर रिपोर्ट संसद में पेश



देर रात की कतरनः चार
(sansadji.com)
प्रसार भारती में निचले स्तर पर महिला कर्मचारियों की घटती संख्या के मद्देनजर इस संस्था को आड़े हाथों लेते हुए एक संसदीय पैनल ने महिलाओं के लिए नौकरियों के अवसर सृजित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए कहा है। संसदीय समिति ने यह भी कहा है कि प्रसार भारती में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति भ्रम की है। 'वर्किंग कंडीशंस ऑफ वूमन इन प्रसार भारती' नामक इस रिपोर्ट को लोकसभा में पेश किया गया। रिपोर्ट महिला सशक्तिकरण पर लोकसभा की समिति ने पेश की। समिति ने यह भी कहा है कि हालांकि दूरदर्शन और आल इंडिया रेडियो में उच्च पदों पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व से वह संतुष्ट है, लेकिन निचले स्तर पर महिला कर्मचारियों की घटती संख्या से वे बिल्कुल अप्रसन्न हैं। पैनल ने प्रसार भारती से यह भी कहा है कि वह महिलाओं के लिए अधिकाधिक नौकरियों के अवसर सृजित करने के लिए उचित कदम उठाएं। समिति ने यह भी पाया है कि आल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के कई स्टेशनों पर महिलाओं के लिए एक अलग से रेस्ट रूम नहीं है। समिति ने प्रसार भारती से यह भी कहा है कि वह तुरंत इस समस्या का समाधान करें। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने उत्तर में कहा था कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की नीतियों के तहत भर्ती प्रक्रिया जारी है जिसमें महिलाओं के लिए आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। पैनल ने कहा कि प्रसार भारती की 1997 में स्थापना होने के बाद से ही इसके कर्मचारियों की स्थिति भ्रम की है।

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